Online Pooja का अर्थ और प्रक्रिया
Online Pooja का अर्थ है — आप अपने घर बैठे ही, Google Meet या Zoom के द्वारा पूजा में सम्मिलित हो सकते हैं। सभी पूजाएँ हमारे श्रेष्ठ वेद-विद्वानों द्वारा, वेदों में लिखित विधि-विधान के अनुसार संपन्न की जाती हैं।
पूजा का आरंभ आपके संकल्प से किया जाएगा।
होमा/हवन की विधि (कुछ विशेष हवनों को छोड़कर) सुबह की जाएगी तथा जप-अनुष्ठान शाम को संपन्न होगा ।
भक्तगणों से विनम्र निवेदन है कि कृपया पूजा की बुकिंग कम-से-कम एक सप्ताह पहले करें, ताकि संपूर्ण तैयारी विधिवत की जा सके।
रुद्र और त्र्यम्बक अनुष्ठान
रुद्र और त्र्यम्बक अनुष्ठान दोनों ही भगवान महादेव (शिव) की अत्यंत शक्तिशाली उपासना के रूप हैं। इनका मुख्य उद्देश्य जीवन से नकारात्मकता, रोग, अशांति, और कर्मदोषों का निवारण करके दीर्घायु, शांति और मोक्ष प्राप्त करना है।
1. रुद्र अनुष्ठान (Rudra Anushthan)
यह अनुष्ठान ग्रहदोष, पितृदोष, और पाप कर्मों का शमन करता है।
व्यक्ति के जीवन में संतुलन, शांति और सफलता लाता है।
शत्रु, भय, रोग और मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है।
घर और परिवार में सकारात्मक ऊर्जा, सुख और समृद्धि का वास होता है।
इस अनुष्ठान में रुद्रपाठ, रुद्राभिषेक, और महामृत्युंजय जाप सम्मिलित होते हैं।
2. त्र्यम्बक अनुष्ठान (Mahamrityunjaya / Tryambak Anushthan)
उद्देश्य: मृत्यु, रोग, और अकाल संकट से रक्षा करना तथा दीर्घायु प्राप्त करना।
लाभ:
यह मृत्यु और जीवन के भय से रक्षा करता है।
रोग, दुर्घटना, शल्य चिकित्सा, या लंबी बीमारी के समय अत्यंत शुभ माना जाता है।
व्यक्ति की आयु, बल, और स्वास्थ्य को बढ़ाता है।
मानसिक शांति और आत्मबल प्रदान करता है।
घर या परिवार में महामृत्युंजय मंत्र का जप वातावरण को दिव्य बनाता है।
अधिक जानकारी हेतु 9355520373 पर WhatsApp करें ।
